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निश्छल प्रेम ....................



हम जी रहे  हैं , अपनी इस ज़िन्दगी में ,
क्योंकि वो खुश हैं , हम खुश हैं क्योंकि वो मुस्कुरा रहे हैं ......
उनकी एक मुस्कराहट के लिए हम छोड़ दें ये दुनिया ,,
उनकी अपनेपन की छाव में हम बहुत आनंद उठा रहे हैं
कितना प्यार है , उनके मन में हमारे लिए ,
कितने इज्जत है , हमारे मन में उनके लिए ,,,,
कोई स्वार्थ नहीं उनके प्यार में , कोई छल नहीं उनके लिए हमारे प्यार में .....
उनकी जगह नहीं ले सकता कोई और हमारे दिल में .
हमारी जगह भी नहीं ले सकता कोई और उनके दिल में ....
हम बहुत सहज महसूस करते हैं अपने आपको उनके प्यार के साए में ....
कितनी उम्मीदें हैं उन्हें हमसे , हम भी नहीं करना चाहते मायूस उन्हें ..
उन्हें नहीं चाहते हम दुखी देखना , वो भी नहीं चाहते कभी हमें दुखी देखना ...
हमारी दिली तमन्ना है की वो सदा यूँ ही मुस्कुराते रहे ....
जो भी चाहें जीवन में पाते रहें , .......
और हम भी उन्हें खुश देखकर यूँ ही जिन दगी बिताते रहें ....
DEDICATED TO ALL MY IDEALS & WELL WISHERS IN MY LIFE .......

"प्रियंका त्रिवेदी "

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vedna.............

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