उमीदों का कारवां है दुखों से भरा ....... राह है मुश्किल , मंजिल है काटों भरी ... मगर तू चलता जा राही , अपनी डगर बिना मंजिल की फिकर किये मुसाफिर तुझे अपना लक्ष्य जरुर हासिल होगा , एक ना एक दिन ..... उमीदों का कारवां है दुखों से भरा ....... तू चलता जा राही तू चलता जा ..... " प्रियंका त्रिवेदी "