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बेटियां ..........

मासूम सी मुस्कान बिखेरती हैं बेटियां
बहुत ही प्यारी सी कलियाँ है बेटियां
इन्हें खिलने दें ., इन्हें खिलने से पहले ही
न मुरझाने दें ,,, क्योंकि इस संसार की
अमूल्य धरोहर हैं ,, आपकी ये बेटियां ..........

इन्हें बोझ न समझे ... इन्हें अपने प्यार
और दुलार से बढ़ने दें .. इनका हाथ थामकर
इन्हें आगे बढ़ने में मदद करें .....
क्योंकि किसी से कम नही है बेटियां ....

तेज धूप में छाव की तरह है बेटियां
अँधेरे में ,, प्रकाश की एक किरण है बेटियां
मुरझाये चेहरों पर एक मुस्कान की तरह है बेटियां
गम में ,,, ख़ुशी की लहर की तरह है बेटियां
प्यारी सी कलियों की तरह हैं बेटियां ...

बढने दो इन्हें ,,
जीने दो इन्हें
मत फेको कचरे के डिब्बे में इन्हें
हमारे अग्रणी देश का सुनहेरा भविष्य है ये
इन्हें शिक्षित करें .. हमारा पूरा राष्ट्र शिक्षित होगा ......

हमारा भविष्य सुरक्षित होगा ..
हमारा देश प्रगति करेगा
बिना बेटियों के ये संसार अधूरा है
बिना बेटियों के देश नही चल सकता ...

इसलिए इन्हें अपना पूरा प्यार दें
और इन्हें बचाए ....
और कन्या भ्रूण हत्या रोके .............

"प्रियंका त्रिवेदी "

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इन्हें खिलने दें ., इन्हें खिलने से पहले ही
न मुरझाने दें ,,, क्योंकि इस संसार की
अमूल्य धरोहर हैं ,, आपकी ये बेटियां ..........

इन पंक्तियों का सच ..बहुत ही गहरे उतर गया

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